बिग ब्रेकिंग: बहुचर्चित विवादित लालकुआं स्थित स्टोन क्रेशर के विशालकाय गड्ढों की जांच मोटी पहुंच के चलते लटकी अधर में मूकदर्शक बना :जिला प्रशासन

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ब्यूरो चीफ अजय अनेजा की खास रिपोर्ट

लालकुआ -लालकुआं के देवरामपुर स्थित सागर स्टोन क्रेशर में सरकारी मानकों के ठेंगा दिखाकर खोदे जा रहे हैं विशालकाय गड्डे”स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से खेला जा रहा है मोटा खेल।लालकुआ के देवरामपुर स्थित सागर स्टोन में खोदे गए विशालकाय गड्डों से निकाली जा रही है अवैध खनन सामग्री ” जिला प्रशासन एंव खनन विभाग बैठा है आंखें मूंदे”सरकार को हो रहा है लाखों का नुकसान।लालकुआ के देवरामपुर स्थित सागर स्टोन क्रेशर में समतलीकरण के नाम पर खोदे जा रहे हैं विशालकाय गड्ढे स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से खेला जा रहा है मोटा खेल”स्थानीय लोग कर रहे हैं भारी विरोध।स्टोन क्रेशर स्वामी की राजनीतिक एवं मोटी पकड़कर चलते प्रशासन नहीं कर पा रहा है कोई कारवाई “सरकारी मानकों से अधिक खोदे जा रहे हैं क्रेशर में विशालकाय गड्ढे” खोदे गए विशालकाय गड्ढों से निकल रहा है पानी।पूर्व में शिकायत के बाद हरकत में आया था प्रशासन कई क्रेशरों पर की थी कानूनी कार्रवाई”लेकिन पी एस डी सरकार में जमकर किये जा रहे हैं गड्ढे” गड्ढों में डाली जा रही है केमिकल युक्त राख” प्राकृतिक जमीन को हो रहा है भारी नुकसान”आसपास की जमीन हुई बरबाद।सबसे बड़ा सवाल कहीं खतरे में उत्तराखंड तो नहीं” जिस तरह से मनमाने तरीके से खोदे जा रहे गड्ढों से आने वाले समय में हो सकती है लालकुआ क्षेत्र में पानी की किल्लत

बहुचर्चित विवादित बना स्टोन क्रेशर , इस पूर्व उच्च जागरुक नागरिक ने दर्जनों शिकायत की वजूद “ऊंची पहुंच” के चलते स्टोन क्रेशर के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जा रही है l विवरण के मुताबिक सरकार के राजस्व की हानि पहुंचाने का खेल तब शुरू हुआ जब

लाल कुआं

मैं कई वर्षो से बंद पड़ी स्टोन क्रेशर को एक प्रभावशाली व्यक्ति ने कुछ वर्ष पूर्व बंद पड़े स्टोन क्रेशर को खरीदा था, आरोप है अधिकारियों से सेटिंग कर उस जगह को पहले 143 दिखा कर कृषि भूमि दर्शाई गई थी जबकि कई वर्षों से क्रेशर बंद पड़ा था और कई वर्ष तक चलता रहा था, ध्यान देने की बात यह है कि है कि राजस्व की लाखों रुपए की चोरी की थी इसकी शिकायत जागरूक लोगों ने उच्चाधिकारियों को पत्र प्रेषित किया थाl अभी मामला शांत नहीं हुआ है कि इसके अलावा इस क्रेशर मालिक ने एक अन्य बंद पड़े क्रेशर खरीदा था वर्तमान में क्रेशर के परिसर के अंदर नियमों की धज्जियां तालाब जैसे गहरा गड्ढा खोदकर आरबीएम निकालकर गहरी खाई की तरह वर्तमान में मौजूद है जागरूक नागरिकों ने उच्चाधिकारियों को प्रेषित पत्र में कहा था कि नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई और लाखों रुपए की चोरी की है पत्र में आरोप लगाया था कि कई बार शासन से शिकायत की गई लेकिन स्टोन क्रेशर मालिक के शासन बैठे बड़े रसूख होने के कारण आज तक बाल बांका नहीं हुआ थाl इधर युवा लोकप्रिय सीएम पुष्कर धामी के बनते ही जांच की फाइलें ताबड़तोड़ खुलने लगी थी लेकिन लगता है मोटी पहुंच के चलते यह जांच अधर में लटक गई
और जिला प्रशासन मूकदर्शक बनकर पूरा तमाशा देख रहा है

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