बड़ी खबर: राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मान लिया की छात्रों के साथ रैगिंग हुई थी

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अजय अनेजा

हल्द्वानी : आखिरकार राजकीय मेडिकल कालेज प्रशासन ने रैगिंग को मान लिया है। दूसरी बार एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक में 121 सीनियर छात्रों पर सामूहिक तौर पर कार्रवाई की है। सभी छात्रों पर पांच हजार रुपये का अर्थदंड लगाया गया है।शनिवार को राजकीय मेडिकल हल्द्वानी के प्राचार्य कार्यालय में एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक हुई। इस कमेटी ने हाई कोर्ट के आदेश पर गठित कमेटी की जांच के आधार पर कार्रवाई की है। सभी ने निर्णय लिया कि रैगिंग के नाम दुव्र्यवहार हुआ है। हालंाकि अभी रैगिंग करने वालों की पुष्टि नहीं हो सकी है। इस आधार पर कमेटी ने सामूहिक रूप से कार्रवाई का निर्णय लिया है।हास्टल संख्या दो में रहने वाले करीब 121 छात्रों पर पांच हजार रुपये अर्थदंड लगाया गया है। यह धनराशि चार अप्रैल तक जमा करनी होगी। अर्थदंड जमा नहीं करने वाले छात्रों को हास्टल से निष्कासित किया जाएगा। साथ ही कक्षाओं से भी वंचित किया जाएगा।कमिश्नर व डीआइजी की जांच में हुई थी रैगिंग की पुष्टिहाई कोर्ट की ओर से जारी आदेश पर कमिश्नर व डीआइजी ने 14 मार्च को जांच की थी। इस जांच से पता चला कि रैगिंग के नाम पर एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ दुव्र्यवहार हुआ है। इसके बाद कालेज के सहायक वार्डेन ने 18 मार्च को अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया था। इस रिपोर्ट पर हाई कोर्ट ने भी रैगिंग को माना था।ये है पूरा मामलाराजकीय मेडिकल कालेज में एमबीबीएस में प्रथम वर्ष के प्रवेश के बाद चार मार्च को एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में 27 छात्र सिर मुड़वाए हुए थे। हास्टल से कक्षा में जाते समय सिर नीचे किए हुए और हाथ पीछे बांधे चल रहे थे। पीछे गार्ड चल रहा था। वहीं जब सात मार्च को जब एंटी रैगिंग कमेटी की पहली बैठक हुई थी। तब पता चला कि 43 छात्रों ने ही सिर मुड़वाए हैं। अधिकांश छात्रों के बयान लिए गए थे, लेकिन किसी ने रैगिंग की शिकायत नहीं की थी। इसके बाद हाई कोर्ट ने नौ मार्च को जनहित याचिका की सुनवाई में कमिश्नर व डीआइजी को जांच के निर्देश दिए थे।बैठक में ये रहे शामिलप्राचार्य प्रो. अरुण जोशी, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसपी सिटी हरबंस सिंह, प्रो. जीएस तितियाल, प्रो. उर्मिला पलडिय़ा, कुसुम दिगारी, हरिमोहन उपाध्याय, अमित दुम्का, अक्षत रावत आदि शामिल रहे।कमेटी की ओर से निर्धारित नियम के तहत ही सामूहिक तौर पर कार्रवाई का निर्णय लिया गया है। परिसर में सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए गए हैं। छात्रों को हर तरह की सुरक्षा का इंतजाम किया गया है।

प्रोफ़ेसर अरुण जोशी प्राचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी

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