हॉट सीट बनी लालकुआं विधानसभा त्रिकोणीय हुआ मुकाबला-किसको चुभेंगे कांटे देखने को मिलेगा चुनाव के बाद

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अजय अनेजा /संजय जोशी

लालकुआं: लालकुआं में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के चुनावी रण में उतरने से मुकाबला बहुत ही रोमांचक हो गया है। अगर वह जीते तो सीधे मुख्यमंत्री और हारे तो पता नहीं कहां होंगे। उनकी सीधी जंग भाजपा के डॉ मोहन सिंह बिष्ट व निर्दलीय पवन चौहान के साथ होती दिख रही है

लाल कुआं 56 विधानसभा से बैकफुट पर जाते दिख रहे हैं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत

हरीश रावत के लिए लाल कुआं विधानसभा नाक का सवाल बन गई है यहां पर उनकी सीधी टक्कर भाजपा के डॉक्टर मोहन सिंह बिष्ट व निर्दलीय प्रत्याशी पवन चौहान से है। वैसे तो हरदा का सियासी कद के डॉक्टर मोहन सिंह बिष्ट के सामने काफी बड़ा है, लेकिन अगर बात करें तो जनता के बीच में दबी जुबान से लोग डॉ मोहन सिंह बिष्ट कर नाम ले रहे हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि हरीश रावत वोट बैंक पर कितना प्रभाव डालते हैं। क्योंकि पहले किच्छा से भी चुनाव हार चुके हैं हरीश रावत , दबी जुबान में तो यह भी सुनने को मिल रहा है कि इस बार भी 56 विधानसभा लालकुआं की जनता हरीश रावत को सिरे से नकार रही है और आने वाले समय में इसका असर देखने को मिल सकता है

अगर बात करें डॉ मोहन सिंह बिष्ट की तो वह कई वर्षों से जनता के हर सुख दुख में साथ खड़े हुए हैं, किसी के भी सुख दुख में वह पूरे साल हर जगह कहीं ना कहीं अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहते हैं। इसी का फायदा उन्हें जिला पंचायत के इलेक्शन में भी मिला और भाजपा हाईकमान ने भी उन्हें पार्टी का टिकट देकर उन पर भरोसा जताया ।

वहीं हरदा के लिए पूर्व काबीना मंत्री हरीश दुर्गापाल व कांग्रेस पीसीसी सदस्य हरेंद्र बोरा ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है लेकिन वही भाजपा से बागी हुए निर्दलीय पवन चौहान भी पूरे दमखम से मैदान में डट कर मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं।

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