अब आय, जाति, निवास इत्यादि प्रमाण पत्र बनना हुआ और आसान , जाने कैसे

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उत्तराखंड में ई गवर्नेंस की दिशा में अहम कदम उठाते हुए प्रदेश सरकार ज्यादातर प्रमाणपत्रों के लिए स्व प्रमाणिक व्यवस्था अपनाने जा रही है। इसके तहत लोगों को जाति, निवास, वारिसान, आय प्रमाणपत्र परिवार के डिजिटल रिकॉर्ड के आधार पर बिना अतिरिक्त दस्तावेज दिए मिल जाएंगे।

उत्तराखंड सरकार अपणि सरकार ऐप द्वारा इन सेवाओं की ऑनलाइन व्यवस्था कर रही है।

परिवारिक मुखिया के आधार पर मिलेगा सर्टिफिकेट
उत्तराखंड सरकार ने हरियाणा की तर्ज पर स्थायी नागरिकों को नागरिक सेवाएं देने के लिए परिवार पहचान पत्र बनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत परिवार के सभी सदस्यों के सम्पूर्ण विवरण के आधार पर विशिष्ट कार्ड तैयार होगा, इसका नोडल विभाग नियोजन को बनाया गया है। अब आईटी विभाग प्रस्तावित परिवार कार्ड से अन्य नागरिक सेवाओं को भी लिंक कराने की पैरवी कर रहा है। इसमें परिवारिक मुखिया के विवरण के आधार पर अन्य सदस्यों को जाति, निवास, आय प्रमाणपत्र, वारिसान जैसे दस्तावेज बिना अतिरिक्त दस्तावेज लगाए ऑनलाइन ही मिल जाएंगे।

तहसील में करना पड़ता था आवेदन
मौजूदा समय में इसके लिए लोगों को तहसील में आवेदन करना पड़ता है, साथ में सहायक दस्तावेज लगाने पड़ते हैं। स्व प्रमाणिक व्यवस्था के तहत परिवार पहचान पत्र में दर्ज डिजिटल विवरण से मिलान के बाद अन्य सदस्यों के प्रमाणपत्र स्वत ही जारी हो जाएंगे। सचिव आईटी शैलेश बगौली के मुताबिक स्वप्रमाणिक प्रणाली सुशासन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। इसका खाका तैयार किया जा रहा है।

सरकारी विभागों को रेटिंग देंगे लोग
आईटीडीए ‘अपणि सरकार ऐप’ पर ज्यादातर विभागों की सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराने के साथ ही विभागीय सेवाओं की डिजिटल रेटिंग व्यवस्था भी बनाने जा रहा है। निजी क्षेत्र के ज्यादातर सेवा प्रदाता इस तरह की डिजिटल रेटिंग को ग्राहक संतुष्टि का अहम पैमाना बनाती हैं।

स्रोत इंटरनेट मीडिया

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