उत्तराखंड में इतने घण्टे प्रभावी रहेगा ग्रहण, इस अवधि में श्रद्धालु ना करें स्नान

ख़बर शेयर करें

देहरादून : Chandra Grahan 2022 : आज इस वर्ष का आखिरी चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। जो भारत में कहीं पूर्ण तो कहीं आंशिक रूप से देखा जा सकेगा। वहीं आज मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा स्‍नान भी चल रहा है। हरिद्वार, ऋषिकेश सहित उत्‍तराखंड के गंगा घाटों व अन्‍य पवित्र नदियों में स्‍नान का क्रम जारी है।

भारत में यहां नजर आएगा पूर्ण चंद्रग्रहण

इस वर्ष का अंतिम सूर्यग्रहण देश में सूर्योदय के साथ समाप्त हुआ और अब मंगलवार को चंद्रमा ग्रहण के साथ उदय होने जा रहा है। आठ नवंबर की शाम को यह खगोलीय घटना होने जा रही है। यह सामान्य खगोलीय घटना है, जो वर्ष में कई बार होती है। भारत में अरुणाचल प्रदेश, आसाम व बंगाल में पूर्ण चंद्रग्रहण नजर आयेगा।

उत्तराखंड में चंद्रग्रहण कब शुरू होगा?

  • ज्‍योतिषार्यों के मुताबिक उत्तराखंड में चंद्रग्रहण आंशिक रूप में दोपहर 2 बजकर 40 मिनट से शाम 6 बजकर 20 मिनट पर दिखेगा।
  • उत्तराखंड में पूर्ण चंद्रग्रहण शाम 5:32 से शुरू होगा।
  • हरिद्वार में यह ग्रहण 5:22 बजे से प्रभावी होगा और 6:19 बजे तक रहेगा। इसलिए श्रद्धालु इस अवधि में गंगा स्नान न करें।
  • सूतककाल सुबह पांच बजकर 41 मिनट से शाम ग्रहणकाल तक रहेगा। इस दौरान मंदिर, मठ के पट बंद हो गए हैं।

ग्रहण के दौरान भगवान शिव का व्रत रखें

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (निरंजनी) के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि ग्रहण के दौरान भगवान शिव का व्रत रखें। ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करते हुए भगवान शिव की आराधना करें। चंद्रमा को ग्रहण से बचाने के लिए ही भगवान शिव ने उन्हें मस्तक पर धारण किया है।

कार्तिक पूर्णिमा से होती है सर्दी की शुरूआत

कार्तिक पूर्णिमा पर आज तड़के से गंगा स्नान जारी है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज का कहना है कि कार्तिक पूर्णिमा से सर्दी की शुरूआत मानी जाती है। इसलिए आज गंगा स्नान के उपरांत तिल का दान करें और जल में तिल डालकर भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य दें।

स्रोत इंटरनेट मीडिया

Ad