ओखलकांडा के तल्ला कांडा से डेढ़ माह पूर्व लापता रजाई गद्दे के कारीगर का शव बरामद, जाने पूरा मामला

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भीमताल: काचलाकाट पट्टा तल्ला कांडा से डेढ़ माह पूर्व लापता रजाई गद्दे के कारीगर तबरेज आलम का शव बरामद हुआ है। साथी ने ही उसकी हत्या करने के बाद गांव की दो महिलाओं समेत तीन लोगों के सहयोग से लाश को गड्ढे में दफना दिया। इस हत्याकांड का मुख्य में आरोपित फरार है, लेकिन राजस्व पुलिस ने आरोपित की मदद करने वाली दोनों महिलाओं व ग्रामीण की गिरफ्तारी के बाद इन्हीं की निशानदेही पर गड्ढे से लाश बरामद कर ली। हत्याकांड की वजह अभी पता नहीं चली है।

ओखलकांडा ब्लाक के तल्ला कांडा से 29 अक्टूबर को रजाई गद्दे का कारीगर तबरेज आलम गायब हो गया था। तबरेज गांव में फेरी भी लगाता था। एसडीएम धारी योगेश मेहरा ने बताया कि 13 दिसंबर को पट्टी तल्ला कांडा में तैनात राजस्व उपनिरीक्षक को शोएब आलम पुत्र स्व. जहीर मियां निवासी चंपारण (बिहार) ने भाई के 29 गायब होने की तहरीर दी थी। शोएब ने तहरीर में बताया था कि उसकाभाई चंपारण निवासी संत बैठा के साथ मिलकर रूई एवं रजाई गद्दों कोका कार्य करता था। भाई ने अनहोनी की आशंका जताई। तहरीर के बाद राजस्व पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की। शक के आधार पर राजस्व निरीक्षक ने कचिलाकोट की जसोदा देवी और उनके पति महेश सिंह से पूछताछ की तो दोनों ने बताया कि उन्होंने देवकी देवी पत्नी माधव सिंह के साथ मिल कर तबरेज के शव को जमीन में गड्ढा खोदकर दफनाया था। दोनों ने बताया कि तबरेज की हत्या संतू बैठा ने की। महिलाओं की निशानदेही और मृतक के भाई की मौजूदगी में राजस्व पुलिस ने गड्ढे से शव बरामद किया है। पंचनामा भर कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। एसडीएम ने बताया कि वारदात में शामिल चार के विरुद्ध हत्या एवं घटना के छिपाने के संबंध में कार्रवाई की जा रही है। मुख्य आरोपित की तलाश की जा रही है। उसके बाद ही हत्याकांड के असल कारणों का पता चलेगा। चार लोगों पर केस दर्ज किया गया है।

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