(अच्छी खबर) एक रुपये में होगी किडनी रोगियों की डायलिसिस, गोरखपुर के इस गांव में तैयार हुआ यूनिट
गोरखपुर, गजाधर द्विवेदी। किडनी की बीमारी से जूझ रहे रोगियों को एक रुपये में डायलिसिस की सुविधा मिलने जा रही है। गोला ब्लाक के भरौली गांव में बांबे इंटेलीजेंस सिक्योरिटी (बीआइएस) ने अपने संस्थापक आरएन सिंह की स्मृति 10 बेड की डायलिसिस यूनिट तैयार कर दी है। किट समेत सभी खर्चे कंपनी ही वहन करेगी। रोगियों को सिर्फ एक रुपये का रजिस्ट्रेशन कराना होगा। लंबी वेटिंग झेल रहे गोरखपुर, बस्ती, आजमगढ़ व वाराणसी मंडल के रोगियों को इससे बड़ी राहत मिलेगी।
डॉक्टर व स्टाफ तैनात
यूनिट सुचारु रूप से संचालित हो सके, इसके लिए कंपनी नेफ्रोलाजिस्ट डॉ. आनंद बंका का सहयोग लेगी। साथ ही वहां डॉक्टर व स्टाफ तैनात कर दिए गए हैं। अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके, इसके लिए कंपनी लखनऊ, वाराणसी, आजमगढ़, देवरिया आदि जिलों में होर्डिंग लगाने के लिए नगर निगम से संपर्क कर रही है। अन्य जिलों में प्रचार के अन्य संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है।
जिले में डेढ़ सौ से अधिक रोगी वेटिंग में
डायलिसिस के लिए डेढ़ सौ रोगी बीआरडी मेडिकल कालेज में वेटिंग में हैं। वहां 10 बेड की यूनिट है, जिसमें से पांच बेड पर मशीनें खराब हैं। केवल पांच बेड पर ही डायलिसिस हो पा रही है। जिला अस्पताल में 12 बेड की यूनिट है। यहां 12 रोगी वेटिंग में चल रहे हैं। भरौली में यूनिट खुल जाने से इन रोगियों को राहत मिलेगी।
पहले आने वालों को मिलेगा पहले मौका
डायलिसिस के लिए किसी आयु या आय वर्ग को प्राथमिकता में शामिल नहीं किया गया है। कोई भी रोगी यूनिट में पहुंचकर डायलिसिस करा सकता है। जो पहले आएगा, उसे पहले मौका मिलेगा। बेड फुल हो जाने के बाद आने वाले रोगियों को वेटिंग में रखा जाएगा।
एक जनवरी को मुख्यमंत्री कर सकते हैं उद्घाटन
गोला के भरौली गांव में तैयार डायलिसिस यूनिट का उद्घाटन आरएन सिंह के जन्म दिन एक जनवरी 2023 को किया जाएगा। उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों हो सकता है। इसके लिए कंपनी ने मुख्यमंत्री कार्यालय से अनुमति मांगी है।
क्या कहते हैं अधिकारी
बीआइएस महाप्रबंधक मनोज सिंह ने बताया कि इस साल अपने जन्म दिन पर बीआइएस के संस्थापक अपने गांव भरौली आए थे। उन्होंने गांव में निश्शुल्क डायलिसिस यूनिट खोलने की घोषणा की थी। लेकिन दो जनवरी को मुंबई जाते समय गोरखपुर एयरपोर्ट पर हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया। उनके सपने को पूरा करने के लिए उनके पुत्र संतोष सिंह ने गांव में निश्शुल्क डायलिसिस यूनिट की स्थापना की है। डायलिसिस के सभी खर्च कंपनी वहन करेगी। रोगी को केवल एक रुपये देकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
स्त्रोत इंटरनेट मीडिया
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