लालकुआं- सरकार के अतिक्रमण मुक्त अभियान पर पुर्व विधायक प्रत्याशी यशपाल आर्य ने जताई नाराजगी “बोले गरीबों को बेघर करने की साज़िश -पढ़े पुरी रिपोर्ट।

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लालकुआं – (मुकेश कुमार) सूबे की धामी सरकार द्वारा चलाए जा रहे अतिक्रमण मुक्त अभियान का प्रदेश में धीरे धीरे विरोध शुरू हो गया है एक ओर जहां कांग्रेस पुरी हमला बार दिखाई दे रही है तो वहीं अन्य राजनीतिक दल भी खुलकर इसका विरोध कर रहे हैं। यहां लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक प्रत्याशी यशपाल आर्य ने सरकार के अतिक्रमण मुक्त अभियान का खुलकर विरोध किया उन्होंने सरकार अतिक्रमण के नाम पर गरीबों को बेघर करने का आरोप लगाया है।
यहां लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के सुल्तान नगरी पहुंचे पूर्व विधायक प्रत्याशी यशपाल आर्य ने लोगों से मुलाकात की इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से कहा कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर सरकार लोगों का उत्पीड़न कर रही है उन्होंने कहा कि धामी सरकार बर्षो से बसे लोगों और राज्य बनने से पहले बसे लोगों को अतिक्रमण के नाम उजाड़ रही है जो पूरी तरह गलत है उन्होंने कहा कि सरकार ने अनन फनन में तुगलकी फरमान जारी कर गरीबों को बेघर करने का काम शुरू कर दिया है तथा सरकार की इस कार्रवाई से हजारों लोग बेघर हो गए हैं लोगों को रहने के लिए कोई जगह नहीं है खुले आसमान तले लोग रात गुजारने पर मजबुर है तथा सरकार की ओर से अतिक्रमण के नाम पर भय का वातावरण बनाया जा रहा है।। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने पहाड़ से आये लोगों और भूमिहीन को बसाया था। लेकिन उनको भी सरकार अतिक्रमण के नजरिए से देख रही है तथा बर्षो पुराने धार्मिक स्थलो पर बुलडोजर चलाया जा रहा है जो सीधे सीधे धार्मिक आस्था पर प्रहार है।
उन्होंने कहा कि हम सरकार के इस फैसले का पूर जोर विरोध करते हैं साथ ही सरकार से यहां भी मांग करते हैं कि सरकार अपने इस फैसले को वापस ले।
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने जल्द ही अपने फैसले को वापस नहीं लिया तो पूरे प्रदेश की गरीब जनता सड़कों पर उतरने को बाध्य होगी जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।

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